Monday, January 13, 2014

Jharkhand TET : शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) में 16 हजार और होंगे पास

Jharkhand TET : शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) में 16 हजार और होंगे पास




 टीईटी / TET Teacher Eligibility Test Updates / Teacher Recruitment News


शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) में 16 हजार और होंगे पास

रांची. शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) देने वाले उन अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है, जिनका रिजल्ट तकनीकी त्रुटि के कारण जारी नहीं हो पाया था। सात माह बाद अब टेट का संशोधित रिजल्ट जारी होने जा रहा है। इसमें करीब 16 हजार और अभ्यर्थी पास हो जाएंगे।





झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने ऐसे अभ्यर्थियों की सूची मानव संसाधन विभाग को भेज दी है। इसके साथ ही जैक ने इन अभ्यर्थियों का रिजल्ट जारी करने की तैयारी शुरू कर दी है। अब उन अभ्यर्थियों का रिजल्ट जारी होगा, जिनमें मामूली तकनीकी त्रुटि होगी। इनमें टीचर्स ट्रेनिंग परीक्षा के रिजल्ट की फोटो कॉपी न देने और गलत रोल नंबर लिखने वाले शामिल हैं। इस फैसले से इन्हें राहत मिलेगी।

यह है मामला

मई 2013 में जैक ने टेट का रिजल्ट जारी किया था। कुल 65,439 अभ्यर्थी सफल हुए थे। इसमें कक्षा एक से पांच तक के लिए 22,311 और कक्षा छह से आठ के लिए 43,128 अभ्यर्थी थे। 30 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों के रिजल्ट रुक गए।

मामूली त्रुटि के कारण जिन अभ्यर्थियों का रिजल्ट जारी नहीं हुआ था, उनकी रिपोर्ट मानव संसाधन विभाग को भेज दी गई है। पहले उनका रिजल्ट जारी होगा, जो कोर्ट गए थे। 31 जनवरी से पहले 16 हजार अभ्यर्थियों का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।ञ्जञ्ज -एके झा, संयुक्त सचिव जैक

News Source / Sabhaar : bhaskar.com (10.1.14) / bhaskar news | Jan 10, 2014, 08:42AM IST

Thursday, November 14, 2013

Jharkhand TET : बंपर भर्ती: 14,435 शिक्षकों की होगी नियुक्ति



Jharkhand TET : बंपर भर्ती: 14,435 शिक्षकों की होगी नियुक्ति


झारखंड में कक्षा एक से पांच तक के करीब 15 हजार शिक्षकों को नियुक्त किया जायेगा। इन नियुक्तियों के लिए संभी संबंधित जिलों में निर्देश पत्र जारी किए जा चुके हैं।

यह प्रक्रिया 15 नवंबर से सभी जिलों में शुरू की जा रही है। प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के करीब 14,435 पद रिक्त हैं।

शिक्षा विभाग ने राज्य के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में उर्दू शिक्षकों की भी नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है। राज्य में उर्दू शिक्षकों के 4401 पद रिक्त हैं। इन पदों पर आवेदन पत्र जमा करने के लिए एक माह का समय दिया गया है।

इन आवेदन पत्र के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा। शिक्षकों की नियुक्ति जिला शिक्षा स्थापना समिति की ओर से की जायेगी। समिति के अध्यक्ष जिले के उपायुक्त होंगे।

कैसे तैयार होगी मेरिट लिस्ट
इंटर प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति के लिए कोटिवार मेरिट लिस्ट विद्यार्थियों के कुल मेधा अंक के आधार पर जिला शिक्षा स्थापना समिति की ओर से तैयार किया जायेगा। कुल मेधा अंक विद्यार्थी के शैक्षणिक मेधा अंक व शिक्षक पात्रता परीक्षा के मेधा अंक का योगफल होगा

कैसे होगी अंकों की गणना
शैक्षणिक मेधा अंक के निर्धारण के लिए अभ्यर्थी के मैट्रिक, इंटर व शिक्षक प्रशिक्षण परीक्षा के प्राप्तांक के प्रतिशत को जोड़ने के बाद प्राप्त योगफल को तीन से भाग दिया जायेगा। इसके बाद प्रतिशत अभ्यर्थी का शैक्षणिक मेधा अंक होगा। गणना में अतिरिक्त विषय के प्राप्तांक को शामिल नहीं किया जायेगा


News Sabhaar : amarujala.com / अमर उजाला (14 नवंबर 2013

Saturday, July 20, 2013

RTE : शिक्षकों के लिए बेहतरीन लेख


RTE : शिक्षकों के लिए  बेहतरीन लेख 


बस स्टॉप पर एक बच्चा रो-रो कर कह रहा था, ममी मुझे स्कूल नहीं जाना। रोते-रोते वह उलटी करने लगा। मैंने उसकी मां से पूछा, इतना क्यों रो रहा है? 
उनका जवाब था, यह इसका रोज का नाटक है। स्कूल नहीं जाएगा तो कब तक मेरे पास रहेगा? 

मैंने सुझाया, नहीं, आप इससे धीरे-धीरे बहला-फुसला कर कारण पूछिए।
दो-चार दिनों के बाद जब वह महिला मिली, तो जो सुनाया, वह चौंकाने वाला था। बच्चे ने उन्हें बताया था कि उसकी मैडम होमवर्क नहीं करके लाने पर धमकी देती थीं कि मैं तुम्हें चूहा बना दूंगी। फिर एक अलमारी के पास ले जाकर रूई भरे चूहे दिखातीं और कहतीं, देखो काम न करने वाले बच्चों को मैंने चूहा बना कर रखा हुआ है। कभी-कभी शोर मचाने पर बच्चों के मुंह के पास स्टैप्लर ले जाकर उनके होंठ स्टेपल कर देने की धमकी भी देतीं।
उनींदी आंखों वाले, भूखे पेट, शिशुओं को किसी तरह ठेल-ठाल कर, बस न मिस हो जाए - इस भागमभाग में मां-बाप की हर सुबह बीतती है। उनके किसी खासव्यवहार के पीछे क्या कारण होसकता है, इस पर गौर करने की फुर्सत ही नहीं मिलती। सहमे हुए बच्चे अक्सर घर पर भी कुछ नहीं बता पाते हैं और स्कूल जाने का विरोध करने के लिए वे जो कुछ करते हैं, उन्हें हम बहानेबाजी समझते हैं।
मासूम बच्चों के प्रति कुछ अध्यापकों का व्यवहार बाल-मनोविज्ञान के एकदम विपरीत होता है। बच्चों का आत्म-सम्मान कम तीखा नहीं होता। शारीरिक सजा की आज के एजुकेशनसिस्टम में कोई जगह नहीं है। पर दंड देने के दूसरे तरीके कितने अपमानजनक और हीनभावना पैदा करने वाले हैं। कहीं पर होमवर्क न करने पर पूरी क्लासके बीच बच्चे की निकर उतारने की धमकी ही नहीं दी जाती, कपड़ा नीचे कर दिया जाता है। रोज का यह ड्रामा हेडमास्टर तक पहुंचाया जाए तो बच्चे को टी.सी. यानी स्कूल छोड़ने का तोहफा मिल जाता है।
आज स्कूल में सिर पर कूड़ादानरख कर कोने में खड़ा करना आम बात है। बच्चों की बुद्धि, रूप आकार को केंद्र बनाकर गैंडे की खाल, कुत्ते की दुम, डफर और कछुए का खिताब बच्चों की बुद्धि को सचमुच कुंद कर देता है। बड़े होकर वे या तो विदोही बन जाते हैं या अपने में सिमट कर रह जाते हैं।
वयस्क होने पर भी कई बार लोग चूहा, बिल्ली, छिपकली, कॉकरोच आदि को देखते ही चीखने लगते हैं। वे यह भूल जाते हैं कि ये जीव तो स्वयं मनुष्य से डरते हैं और उनका आकार हमारे आकार से कितना छोटा है।
ऐसे लोगों से बारीकी से पूछा जाए तो इस डर का छोर सुदूर अतीत में बचपन तक जाता है। एक बच्चे के दादा अपनी बात मनवाने के लिए प्राय: उसके मुंह में कॉकरोच डालने के लिए उसके पीछे भागा करते थे। इसी तरह हर भय के पीछे छुटपन की कहानी है। एक महिला अपने ही घर में अपनी अलमारी खोलने से डरती थी। उसका विश्लेषण किया गया तो पता लगा कि बचपन में उसे डराने के लिए अलमारी में कोई भयानक पुतला रखा जाता था।
बच्चों को सुलाने के लिए मांएं अक्सर बंदर, भालू, शेर की आवाजें निकालती हैं। भूत का डर दिखाती हैं। अंधेरे में अकेला छोड़ देने का डर दिखातीहैं। ऐसे बच्चे जिंदगी भर अंधेरे से डरते हैं। भूतों की दुनिया में विश्वास करने लगते हैं। कुछ अध्यापक और मां-बाप बच्चों में हीन भावना पैदा करने के दोषी होते हैं। यदि दो भाई बहन (छोटे-बड़े) एकही स्कूल में पढ़ते हों और संयोग से एक पढ़ाई में तेज हो तो उनके टीचर कमजोर बच्चे को ताना देते हैं, 'तुम बड़े से कुछ सीखो। निकम्मे हो तुम।' घर में भी यही दोहराया जाता है।
ऐसा बच्चा अपने को नाकारा समझने लगता हैं। दूसरे, भाई से नफरत करने लगता है। तीसरे, पढ़ाई से उसका मन हट जाता है।
बी.एड. में बाल मनोविज्ञान पढ़ाया जाता है. कार्यशालाएं करवा कर बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए अध्यापक समुदाय को जागरूक बनाने की जरूरत है।
PR AAJ KAL TO LOG PAISA SE B.ED KI DEGREE KHAREEDTE HAI....

Wednesday, June 12, 2013

JTET : जून के अंत में शुरू होगी शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया


JTET : जून के अंत में शुरू होगी शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया




JHARKHAND ACADEMIC COUNSEL NEWS -
रांची: शिक्षक नियुक्ति की तैयारी को लेकर जिला शिक्षा अधीक्षक की बैठक मंगलवार को हुई. बैठक मानव संसाधन विकास विभाग सभागार में प्राथमिक शिक्षा निदेशक ममता की अध्यक्षता में हुई. बैठक में प्राथमिक व मध्य विद्यालय में शिक्षक नियुक्ति के लिए आवेदन के प्रारूप पर विचार किया गया. जिला शिक्षा अधीक्षक को नियुक्ति प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गयी.
विभाग जून के अंत तक नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी कर रहा है. जिला शिक्षा अधीक्षक ने अपने जिले में शिक्षकों के स्वीकृत व रिक्त पदों के बारे में जानकारी दी. कुछ जिलों की रिपोर्ट तय मापदंड के अनुरूप नहीं थी. वैसे डीएसइ को शनिवार तक रिपोर्ट जमा करने को कहा गया.
पारा शिक्षकों को देना होगा शपथ पत्र : शिक्षक नियुक्ति के लिए आवेदन देनेवाले पारा शिक्षकों को शपथ पत्र देना होगा. पारा शिक्षक को इस आशय का शपथ पत्र देना होगा कि वे दो वर्ष तक की अटूट सेवा पूरी कर चुके हैं. दो वर्ष तक अटूट सेवा करनेवाले पारा शिक्षक को ही नियुक्ति में आरक्षण का लाभ मिलेगा.
17 से मिलेगा टेट का प्रमाण पत्र : शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र 17 जून से दिया जायेगा. सफल विद्यार्थियों का प्रमाण पत्र संबंधित जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को भेज दिया जायेगा. विद्यार्थी डीइओ कार्यालय से प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं. वहीं दूसरे राज्य के विद्यार्थी जैक कार्यालय से अंक पत्र प्राप्त कर सकते हैं.
ऑनलाइन हुई ओएमआर सीट : शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल वैसे विद्यार्थी जिनका रिजल्ट रिजेक्ट कर दिया गया है, उनकी ओएमआर सीट जारी कर दी गयी है.
जैक की वेबसाइट पर 18 जून तक ओएमआर सीट एवं आवेदन पत्र में की गयी त्रुटि के बारे में विद्यार्थी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं

Saturday, June 1, 2013

JTET : 65,439 candidates clear Teachers Eligibility Test for 18,000 govt school seats


JTET : 65,439 candidates clear Teachers Eligibility Test for 18,000 govt school seats




Teachers Eligibility Test|shortage of teachers|Government schools

RANCHI: Shortage of teachers in government schools may not be a problem now as the number of Teachers Eligibility Test (TET) qualified people in Jharkhand is much higher than the posts vacant. The result of JharkhandTET was released by governor Syed Ahmed on Tuesday.

The examination was conducted on April 26 this year by Jharkhand Academic Council (JAC) to fill the 18,000 vacancies of assistant teachers in primary and secondary level government schools in the state. As many as 65,439 candidates qualified in the examination.

As many as 74,658 aspirants appeared for the post of assistant teachers in primary schools of which only 22,311 qualified. Of the qualified aspirants 17,564 were male and 4,747 female.

Of these 22,311 qualified candidates, 16.69% belong to general category, 8.12% scheduled cast (SC), 15.96% scheduled tribe (ST), 37.04% backward class (BC) and 22.19% most backward class (MBC).

Of these 22,311 qualified candidates, 3,724 belong to general category, 1,812 to the scheduled caste (SC), 3,563 to the scheduled tribe (ST), 8,266 to the backward class (BC) and 4,946 to the most backward class (MBC).

For the post of teacher in secondary school 97,401 appeared in the examination of which 43,128 qualified. Of them, 31,726 were male and 11,402 female. Among those selected candidates, 31.46% belong to general category, 6.29% SC, 13.25% ST, 30.65% BC and 18.35% MBC.

13,571 belong to the general category, 2,715 to SC, 5,710 to ST, 13,220 to BC and 7,912 to MBC.

JAC chairperson Anand Bhushan said, "Now we have sufficient teachers for the next five years and we can expect better results."

Once a candidate qualifies TET it is valid for five years and he can apply in any government or private school within the next five years. According to the rules, if the candidate fails to get a job in any school for the next five years he will have to again appear for TET.

The government will release a roster for the candidates for recruitment in government schools. An employee of HRD department said, "The teachers will be selected on the basis of their performance in the TET as well as in matriculation, intermediate and graduation."


News Source / Sabhaar : timesofindia.indiatimes.com / Times of India (29.5.2013)
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At most of the places, Formula adopted for recruitment of Teachers is -
Weightage of TET Marks + Weightage of Acadmic Qualification Marks ,
And it doesn't violate NCTE Guidelines

Wednesday, May 1, 2013

JTET : 1.89 lakh candidates sit for teachers eligibility test conducted by Jharkhand Academic Council


JTET : 1.89 lakh candidates sit for teachers eligibility test conducted by Jharkhand Academic Council



TET|SUV|Jharkhand Academic Council
RANCHI: Over 1.89 lakh students appeared in the Teachers Eligibility Test (TET) conducted by the Jharkhand Academic Council across the state on Friday. There were apprehensions as TET results were cancelled twice before.

With a total of 216 centres, the examination was conducted in seven districts of the state. According to the secretary of JAC Sunil Kumar Rai, the examinations were conducted in two phases. While the first session started from 11:30 am, the second session began at 3 in the afternoon. "The examinations were conducted smoothly and we were prepared to handle any sort of eventuality.

We had already instructed the administration to ensure proper security measures and there was fool-proof security at all the centres," Rai added.

He said exams to be held in 2011 were cancelled by the high court due to some irregularities in conducting the exams. "All candidates with 60 per cent marks will be eligible for interview, which will be conducted by the human resource department," said Rai.

However, the cutoff percentage for the SC/ST candidates is 52%. The examination was conducted at around 63 centres in the capital. The tests were conducted by the JAC board in six other districts - Jamshedpur, Dhanbad, Bokaro, Deoghar, Palamu and Hazaribag.

The first phase of examination was held for selection of primary teachers from Class I to V, while the second phase was for that of secondary teachers from Class VI to VIII. The question papers were fully objective. During the one-and-a-half hour test, nearly 81,000 and 1.08 lakh candidates appeared in the first and second sittings respectively.Fear prevailed among students as the TET results have been cancelled twice after exams were conducted due to various reasons. Sangeeta Kumari, one of the students appearing for the test said, "I am pretty anxious as the exams had been cancelled twice earlier, leaving our future at stake. I wish this time everything is alright and the results are out on time."

Echoing the same, another student, Ramesh said, "My fingers are crossed and I hope to obtain good marks. The questions were objective and uncomplicated. I hope this time results are not cancelled again."

There was information about question paper leak in Dhanbad district, but the question papers were found to be fake after investigation.

2 die in road mishap: Two persons were killed and four injured when the SUV in which they were travelling collided with a truck in Dhanbad, 150 km from Ranchi, on Friday. The collision was so severe that the SUV was thrown 20 meters away from the bridge where the incident occurred.

Para teacher Jay Shankar Mehra, 40, and his wife Renu Devi, 35, were heading to Bokaro to write teachers eligibility test (TET). The duo were sitting in the middle seat of the SUV. Mehra, who sat in the right hand side, had his skull opened in the collision, police said. The head of his wife was also brutally injured in the accident and she died on the spot. tnnTwo of the four injured persons are critical and are under treatment at PMCH in Dhanbad. Officer in charge of Tundi police station Santosh Kumar Suman said two of them suffered minor injuries in multiple parts of their body.


News Source : Times of India / timesofindia.indiatimes.com (27.04.2013)
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TET exam made a big tumult in the minds of B.Ed/ BTC/D. Ed candidates across entire India,
As RTE gives biggest recruitment hope to become a government teacher a lucrative job in India.

We wish Best of Luck to Candidates to Come out successful in this examination.

Friday, April 26, 2013

Jharkhand Teacher Eligibility Test News - JAC / JTET शांतिपूर्वक हुई टेट, 15 तक रिजल्ट


JAC / JTET शांतिपूर्वक हुई टेट, 15 तक रिजल्ट
।। 28 अप्रैल को जैक जारी करेगा उत्तर।।
-दूसरे के बदले परीक्षा देते पकड़े गये दो परीक्षार्थी

Jharkhand Teacher Eligibility Test News

रांचीः शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) शुक्रवार को शांतिपूर्वक संपन्न हो गयी. राज्य के 216 परीक्षा केंद्रों पर लगभग 1.89 लाख परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए. धनबाद व पलामू में एक -एक परीक्षार्थी दूसरे के बदले परीक्षा देते पकड़े गये.
परीक्षा दो पालियों में हुई. प्रथम पाली में कक्षा एक से पांच व द्वितीय पाली में कक्षा छह से आठ तक की शिक्षक नियुक्ति के लिए परीक्षा हुई. परीक्षा को लेकर रांची में 63 परीक्षा केंद्र बनाये गये थे. दोनों पाली मिला कर रांची में लगभग 56 हजार परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए. रांची, धनबाद, जमशेदपुर, बोकारो, पलामू, देवघर, हजारीबाग जिले में परीक्षा हुई. शिक्षक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट 15 मई तक जारी होने की संभावना है. 28 अप्रैल को उत्तर जैक की वेबसाइट पर जारी किये जायेंगे.
खूब बिका फरजी प्रश्न
शिक्षक पात्रता परीक्षा का प्रश्न पत्र बता कर बाजार में खूबफरजी प्रश्नपत्र बिका. बुधवार रात से ही टेट का प्रश्न पत्र बता कर फरजी प्रश्न बेचे जा रहे थे. एकप्रश्न के लिए पांच सौ से लेकर 10 हजार रुपये तक लिये गये. शुक्रवारको बाजार में उपलब्ध प्रश्न को जबमूल प्रश्न से मिलाया गया, तो एक भी प्रश्न नहीं मिला



Saturday, April 20, 2013

JTET : Court accepts petition challenging teacher eligibility test pattern


JTET : Court accepts petition challenging teacher eligibility test pattern

Jharkhand Teacher Eligibility Test News :

RANCHI: The Jharkhand High Court on Thursday accepted the petition filed by one RadheshyamSahu challenging the pattern teacher eligibility test (TET) based on which the examination is scheduled to be organized on April 26.

However, the court did not accept the petitioner's request to stop the state government from organizing the test on the scheduled date.



A division bench of Chief Justice Prakash Tatia and Justice Jaya Roy accepted the petition of Sahu in which he had challenged the patter of TET and government's decision to make regional language compulsory.

According to the petitioner's advocate Manoj Tandon, the court, however, said that if the points raised in the petition are found to be correct at end of trial then the government will have to return examination fee of the candidate who appears in the test.

"My client has challenged the decision of the state government to include regional language as it is against the guideline set by NCERT followed by all the state in the country," said Tandon.

The petitioner has also raised question on teaching in regional languages in schools and colleges in the state. In most of the schools and colleges there is no facility for teaching regional languages and if it is included in the TET most aspirants will fail to qualify the examination.

The court has asked the state government to file its reply on the point raised by the petitioner within three-weeks. The court has fixed June 11 for next date of hearing



News Source / Sabhaar : Times of India Epaper (19.4.2013) / TNN Apr 19, 2013, 04.00AM IST
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It means no stay happen on exam even if it is contrary to NCTE guidelines.
What do u think, Any problem may come OR not ?

Sunday, March 24, 2013

JTET / Jharkhand TET : Teachers' eligibility test from April 26: Jharkhand Academic Council


JTETJharkhand TET   : Teachers' eligibility test from April 26: Jharkhand Academic Council


RANCHI: The Jharkhand Academic Council (JAC) on Saturday announced that the teachers' eligibility test (TET) will be held on April 26 in two shifts.

JAC chairperson Anand Bhushan said, "The admit cards can be downloaded from the JAC website from April 2." The test will be conducted to recruit 18,000 primary and secondary teachers in the state.

The aspirants are happy that the TET will finally be held but they want a domicile policy to be framed to ensure that only the candidates from the state get selected. needed to be made before the examination is conducted.

Manoj Kumar, a candidate said, "The new regulations are not favourable for the residents of Jharkhand. According to the rules, just clearing the TET will not make one eligible to for a teacher's job. The marks obtained by the candidates in matriculation, intermediate and graduation examinations will also be taken into consideration," he added.

If the rule is implemented, it will increase the probability of candidates from other states to get recruited in the TET as the condition of higher education in Jharkhand is not good and students do not score much here, said Kumar. "This is why we have been demanding a domicile policy so that at least candidates from Jharkhand will be given priority in the recruitment process."

Some TET aspirants have threatened that if their demand for framing a domicile policy is not met, they will boycott the examination. Arvind Pandey, an aspirant said, "If our demands are not fulfilled, we will protest against the examination and make sure that it is not held. After all, it (TET) is about the future of people of Jharkhand."

News Source : http://timesofindia.indiatimes.com/city/ranchi/Teachers-eligibility-test-from-April-26-Jharkhand-Academic-Council/articleshow/19163320.cms (24.03.2013)

Tuesday, December 18, 2012

JTET : Students in silent rally for amendments in TET rules


JTET : Students in silent rally for amendments in TET rules

Jharkhand Teacher Eligibility Test News : 


RANCHI: Members of Jharkhand Chhatra Sangh (JSC) on Monday organized a silent procession from Ranchi University to Raj Bhavan and submitted a letter to the governor demanding changes in the rules of Teachers' Eligibility Test (TET) and lack of teachers in the university for regional, tribal and Urdu languages.

JSC chairperson S Ali said: "New TET regulations are not in favour of candidates from Jharkhand. According to the rules, just clearing TET will not make one eligible to get recruited as a teacher and their educational merit will also be looked into during recruitment. This way, candidates from other states will have more chance of getting recruited as their marks scored in matriculation, intermediate and graduation will be higher than the locals because students of Jharkhand have never had very good educational background. We want educational merit removed as a criterion for recruitment of teachers."

JSC's other demands includes removal of SC/ST reservation for the 4,401 posts of Urdu teachers in the state. "Earlier, three examinations were held for recruitment of Urdu teachers in 2008, 20010 and 2011, but not a single application came in from the reserved category. This time, we are demanding that instead of SC/ST, reservation should be given to women and OBC," said Ali.

Making Urdu as a medium of writing examination in Jharkhand Public Service Commission Examination was also among one of the demands. Colleges of Ranchi University lack teachers for regional, tribal and Urdu language. Ali said: "Due to shortage of teachers in almost every college for these subjects, students are facing a lot of problems. We are demanding immediate recruitment of teachers of these subjects."

He added: "Many minority colleges and high schools do not offer courses in Urdu, tribal and regional languages. We want the courses started in all schools and colleges so that people can pursue studies in their mothertongue."


News Source : timesofindia.indiatimes.com ( 18.12.2012)
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In Jharkhand, Candidates are saying that Jharkhand candidates are getting less marks against other boards, therefore they oppose educational merit criterion.